अकेले ही
मैं हर उस जगह अब घूम आऊंगी जहां जहां ना जाने का मलाल है मुझको जहां जहां जाने के लिए तेरे साथ की जरूरत रही कि तुम कभी फुर्सत से प्लान करोगे कि फिर तुम ये नहीं कहोगे कि मैने अकेले ही देख ली क्यों मैने देख लिया है अब तुम्हारे सपनों में न सेशल्स था कभी न ध्रुवीय रोशनियां न कोलोराडो न ग्रैंड कैनियन न पिरामिड ओर न उगते हुए ओर आधी रात के सूरज ये सब सिर्फ मेरे ही दिमाग का फितूर है मुझे खुद ही नापने है अपने सपनो की मंजिले अकेले ही