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मेरी नाक

हां मेरी नाक कुछ ज्यादा ऊंची है भले ही देखने में छोटी हो गोल हो आपकी आंखों में चुभती हो पर मेरी नाक मुझे बहुत प्यारी है और मुझे ये हरगिज़ बर्दाश्त नहीं है कि आप मेरी नाक के नीचे ये गुस्ताख़ी करें कि आप बोलते बोलते कुछ ऐसा बोल जाएं जो आपकी हद से बाहर हो कि आप ऑफिस और घर में कहीं जाने वाली बातों का फर्क भूल जाएं कि आप आती जाती औरतों को सड़क पर घूरें उन पर फब्तियां  कसने लगे कि आप अपनी ही सहकर्मी के सामने ऑफिस के ही कंप्यूटर पर वो तमाम अश्लील तस्वीरें देखते रहें जो आपकी कुत्सित भावनाओं को तुष्ट करती हैं हां मेरी नाक आपसे बहुत ऊंची है मै बता सकती हूं आपको आपके लहजे का फर्क आपकी बातों की हदें और आपकी भद्रता की परिभाषा और विशाखा गाइडलाइंस भी

उसके दो अलग घर

उसके पास दो घर हैं एक जहां वो रहती है टूटे कनस्तर, प्लास्टर उखरती दीवारों और बदरंग कुर्सियों के बीच अपनी मां के साथ मां जो सुबह पांच बजे  कुकर की सीटियों के साथ अपनी नाक भी बजाती है मां जो डांट डांट कर स्कूल के लिए तैयार करती है मां जो बीस रुपए दे कर कहती है पूरे हफ्ते का पॉकेट खर्च एक साथ मां जो हर खिलौने और ड्रेस की मांग पर अगले महीने का वादा कर चुप हो जाती है मां जो ऑफिस पर घर में सुपरवुमन की तरह हर समय जंप लगाती है मा को हर वक़्त पीट पीट कर पढ़ाती है और सायकिल दिलाने पर  हर रोज चलाने कहती है उसके दूसरे घर में ये सब उलझन नहीं है जब भी वह जाती है खिलौने से लाद दिया जाता है दादी हर वो चीज बना कर खिलाती है जो उसने मांगा ही नहीं पापा चाइना और ऑस्ट्रेलिया के तोहफे दिखाते है पूरा घर Disneyland sa चमकता है पर वो समझ नहीं पाती उसका घर कौन सा है क्यों इस चमकते Disneyland me भी उसे उस टूटे घर में जाने की जल्दी होती है क्यों वो यहां आते वक़्त ज्यादा कपड़े या किताबे नहीं लाना चाहती कि वापस जाने का बहाना हो क्यों यूट्यूब और इंस्टा देखने पर  आ...