दू बटा दू के जिनगी
ई फ्लैट नंबर वाला दोस्त सभ
....ई शहर केर जिनगी दू बटा दू सन....
ने कोनो नाम छैक लतामक गाछ के
ने नबकी काकी केर गाईर सुनि होइत छैक एतय भोर
ने लालकाकी केर मेही पिरिकिया भेटत एतय
ने पुर्णी पोखैर केर मखान आ माछक झोर
रहैत तय छी कतेको बरख सं मुदा एखनो एही शहर के नहि छी हम
परिजन के छोड़ी छाईर जीबैत छी टुगर टापर जकां
जाहि गाम के बिसरि बैसल छी आन लोक बनिकय कहिया सं
सर्टिफिकेट में देखबैत छी स्थायी निवास कहि कय
काल्हि कियो फ़ोन कय क पूछलक कि घरक लोक के समाचार कहू
सोचय लगलाऊ जे घर तय छुटि गेल पाछा गामे में
एतय देवालक ओट में जीबैत छि दीवार बनिकय....
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