Sep 27, 2015

एक अनजान चाहत के लिए..

दिन को खुद से गुजरना था.
.मैंने भी खुद को गुजार दिया दिन की तरह..
नहीं मालूम तुम्हारी उदासी का सबब क्या है..
आजकल दिल तुमसे पूछकर उदास होना चाहता है..

No comments: