ओस की बूंद

मैं रो रही थी
वह आया 
सामने खड़ा हो गया
मैं नजर उठाए 
एक और बूंद गिरी होगी शायद
मुस्कराने से पहले उसने देखा और
ओस की बूंद के साथ गायब हो गया

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