सौगात

वे आए मेरे पास
फूलों की सौगात लेकर
ये उनकी आदत है ।
मुस्कराते हैं वो 
मुस्कराहट देते हुए 
ये उनकी आदत है।
वो जो फूल सजा जाते हैं 
उनके नीचे हम कांटे छुपा देते हैं
ये हमारी आदत है ।
हम कांटो सा चुभ जाते हैं
कसक कर उनको भी रुला जाते हैं
ये हमारी आदत है।

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