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Showing posts from September, 2024

अच्छा लगता है !

सुनो,  तुम जो ये सुबह सुबह ३ बजे गुड मॉर्निंग की  औपचारिकता करते हो,  अच्छा लगता है!  अपने व्यस्त जीवन मे इंस्टाग्राम की खिड़की और व्हाट्स के रोशनदान से प्यार वाले इमोजी भेजते हो,  बचकाना सही  मगर अच्छा लगता है!  कभी वीडियो काल की जिद करना और कभी फोन पर इजहारे मुहब्बत सुनने की प्रतीक्षा करना  सदियों पुराना सा है  मगर अच्छा लगता है !   और कभी ये कहना कि मै सब ठीक कर सकता हूँ  और कभी दूर होकर भी पास होने की ' फील ' देना  नब्बे के दशक वाला  किसी " इलू इलू" के गीत सा है  मगर अच्छा लगता है ! 

उसी के नाम से अब भी

फिर वही मोड़ आ के मिलता है वो जहाँ सिर्फ दूरियों को रहना था।  ना खैरियत पूछी न हाले दिल अपना कहा  ना जाने क्यों फिर बेमुरव्वत ही मिलना था।  उसी के नाम से अब भी निकलते हैं आँसू  कि जिसके नाम से मुहब्बत का हर ख़्वाब ढलना था।  फ़ितरत उनकी बेरुखी की हमारी आरजुओ पर भारी हैं हमेशा हमही से मुखातिब हो उन्हें हमे ही रुस्वा करना था। 

kavita se khubsurat hai shayri

जाने क्यों कविता से ज्यादा खूबसूरत है शायरी  कविता दर्द का बहाव है तड़प है शायरी कविता प्रेम है  अगर अधूरा सा तो इश्क़ की इंतहा है शायरी कविता अगर मन का गीत है भावनाओं मे पिघलती है शायरी सपनो की उलझन मे बरसती है कविता जरूरत सी है मगर शौक है शायरी जाने क्यों कविता से ज्यादा खूबसूरत है शायरी