sirf mard

अब बस करो अधूरे खुदा
तुम्हारी कविताएं तिलस्मी हो सकती हैं
वजूद वही है
एक साधारण सामाजिक 
पितृसत्तात्मक 
खोखले सामाजिक आदर्श
अपनी सुविधा अनुसार ओढ़ी गई बेड़ियां
ओर पासवर्ड के साथ छुपाए गए 
सोशल मीडिया के इनबॉक्स में 
अनगिनत अधूरे झूठे वादों की फेहरिस्त के साथ
सिर्फ एक मर्द.....

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